कर्म सिद्धांत अत्यंत कठिन विषय है,प्रकांड विद्वान भी इसे समझने व समझाने में असमर्थता का अनुभव करते है,परन्तु मुनि श्री क्षमासागर जी महाराज श्रेष्ठ मनीषी संत,चिन्तक व प्रभावी प्रवचनकार है अत: उन्होंने जन-साधारण का ध्यान रखकर इस जटिल विषय को अत्यंत सरल भाषा में इस तरह प्रस्तुत किया है कि सभी को इस बात का ज्ञान हो सके कि हमें अपने दैनिक कार्यकलापों में क्या सावधानी रखनी है,और अपने पुरुषार्थ को कैसे सही दिशा देनी है,जिससे हम अशुभ से बच सकें |
प्रस्तुत कृति “मैत्री समूह”के प्रयासों से जन-जन तक पहुँचने में समर्थ हो सकी है,जिसमें मुनिश्री के कर्म सिद्धांत पर दिये गये अतिमहत्वपूर्ण १८ प्रवचनों का संकलन है ,जिसके माध्यम से हम अपने जीवन को सच्चा और अच्छा बना सकते है |